Monday, November 29, 2021

अरुण भाटिया के पहले ट्रैक 'प्यार होया' का लोकार्पण

  मोहाली प्रेस क्लब में जारी किया उत्साह और उम्मीदों के साथ 

अरुण भाटिया द्वारा: गायक अरुण भाटिया और बलदेव काकड़ी ट्रैक के बारे में जानकारी देते हुए

मोहाली
: 29 नवंबर 2021: (गुरजीत बिल्ला//संगीत स्क्रीन):: 
गीत संगीत और साहित्य के क्षेत्रों में एक बार फिर से तेज़ी आ गई है। नए नए गीत आ रहे हैं। नए नए मुद्दों पर नए नए नाटक भी लिखे जा रहे हैं। बहुत से नए चेहरे सामने आ रहे हैं। नयी खबर है मोहाली प्रेस क्लब से जहाँ एक नया गीत रिलीज़ हुआ। 

पंजाब और पंजाबी संस्कृति के अनमोल मोतियों की श्रृंखला में एक और नया मनका जोड़ते हुए, प्रख्यात संगीतकार और गायक अरुण भाटिया के संगीत नाटक बलदेव काकड़ी का पहला ट्रैक 'प्यार होया' मोहाली प्रेस क्लब में जारी किया गया।  इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए  काकडी ने कहा कि अरुण भाटिया संगीत की बारीकियों से रहित अपने शौक और समर्पण के साथ उनसे मिले थे।  उन्होंने समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ संगीत का अध्ययन किया।  आज उन्होंने दर्शकों की गोद में अपना पहला ट्रैक 'प्यार होया' रिलीज किया है।  

गाने के बोल हैरी ने लिखे हैं और संगीत काकड़ी के छात्र यादि  ने तैयार किया है। मनाली की खूबसूरत घाटियों में मनजिंदर बुटर ने इस वीडियो को कैमरे में कैद किया।  

यहां पत्रकारों से बात करते हुए गायक अरुण भाटिया ने कहा कि वह कॉलेज में बी.टेक कर रहे हैं।  हालाँकि संगीत के मामले में उनकी पृष्ठभूमि काफी खाली है, लेकिन उन्हें संगीत का शौक था।  उनके एक दोस्त, बलदेव काकडी, एक गायक और संगीतज्ञ, जिन्होंने मेरे शौक और कड़ी मेहनत को देखकर मुझे संगीत सिखाया।  उनकी कड़ी मेहनत की बदौलत आज मैं पंजाबी संस्कृति की समृद्ध विरासत में अपना पहला ट्रैक जोड़ रहा हूं।  उन्हें उम्मीद है कि श्रोता उनके प्यार को स्वीकार करेंगे और उन्हें प्यार देंगे। उन्होंने कहा-मैं श्रोताओं को विश्वास दिलाता हूं कि मैं पंजाबी संस्कृति में ढिलाई से दूर रहूंगा। गीत संगीत और कला का यही माहौल विकसित होता रहे। 

Saturday, November 13, 2021

प्राचीन कला केंद्र और गुरमत संगीत सोसाइटी चंडीगढ़ का विशेष प्रयास

 Saturday 13th November 2021 at 7:05 PM

10वीं अखिल भारतीय शब्द गायन प्रतियोगिता का सफलआयोजन


चंडीगढ़: 13 नवंबर 2021: (गुरजीत बिल्ला//संगीत स्क्रीन)::

प्राचीन कला केंद्र और गुरमत संगीत सोसाइटी चंडीगढ़ ने केंद्र की 7वीं गुरमत संगीत बैठक के रूप में रागमाई कीर्तन दरबार का आयोजन किया और 10वीं अखिल भारतीय शबद गायन प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया।

प्राचीन कला केंद्र की ओर से आज प्राचीन कला केंद्र के 7वें गुरमत बैठक में गुरु तेग बहादुर गुरुद्वारा सेक्टर 34 में रचमाई कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संचालन गुरमत संगीत विभाग, पुराण कला केंद्र के प्रमुख मलकीत सिंह जंडियाला ने किया। इस अवसर पर श्री सजल कौसर, सचिव, केंद्र, गुरमत संगीत विभाग और श्री आशुतोष महाजन, मानद निदेशक, परियोजना, योजना एवं विकास, प्राचीन कला केंद्र उपस्थित थे। श्री सजल कौसर, सचिव, प्राचीन कला केंद्र ने इस अवसर पर घोषणा की कि गुरमत संगीत में रुचि रखने वाले सभी छात्रों को मुफ्त गुरमत संगीत शिक्षा प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम की शुरुआत रोपड़ की कीर्तनकार कमलजीत कौर ने की, जिसमें उन्होंने राग कल्याण में 'प्रभ मेरा अंतरजामी जान' शब्दों का प्रदर्शन किया। तत्पश्चात उन्होंने राग धनश्री में शब्दों को प्रस्तुत कर संगत का मनोरंजन किया। तब भाई राजवीर सिंह ने सुंदर शब्द 'शोभा मेरे ललन की' पेश किए।

इसके बाद होशियारपुर के सतविंदर सिंह ने राग सोरठ से 'रे मन राम सियों कर प्रीत' वाक्यांश का पाठ किया और राग कन्हारा में सुंदर शब्दों का प्रदर्शन भी किया। बाद में, भाई भगत सिंह, जो कीर्तन करने के लिए अमृतसर से आए थे, ने राग कन्हारा में "मेरा मन साध जान मिल हरिया" के साथ प्राचीन संस्कारों से गुरमत संगीत के बोलों का पाठ किया। इसके बाद पटियाला के डॉ. गुरनाम सिंह ने पुराना जत्था गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया

इसके बाद दिल्ली के अमृतपाल सिंह जी ने राग श्री में 'रंग रात मेरा साहिब' शब्द का परिचय दिया। फिर उन्होंने राग नट नारायण में शब्द की शुरुआत की और कई प्राचीन गुरमत बंधों की शुरुआत की। बाद में श्री मलकीत सिंह जंडियाला जी ने राग श्री और केदार में कुछ प्राचीन गुरमत गीत प्रस्तुत कर संगत का मनोरंजन किया।

कार्यक्रम के अंत में जालंधर के प्रसिद्ध कीर्तनकार भाई दविंदर सिंह बोदल ने राग गौरी पूर्वी में 'काम क्रोध नगर भो भारिया' और प्राचीन परंपरा में 'पीर देखना दा आस' का पाठ कर संगत का मनोरंजन किया। कार्यक्रम के अंत में कलाकारों को सम्मानित किया गया।

दूसरे दिन 10वीं अखिल भारतीय शबद गायन का आयोजन किया गया, जिसमें परमदीप सिंह, होशियारपुर, अमनजोत सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर 38, चंडीगढ़ दूसरे और वैभव शर्मा, शिवालिक पब्लिक स्कूल, मोहाली तीसरे स्थान पर रहे।

इसके अलावा हरमन कौर और हरशरण सिंह, जिला उधमपुर, जम्मू-कश्मीर, एवलिन कौर सिद्धू, टेंडर हार्ट स्कूल, चंडीगढ़, जफमीत सिंह, जीरकपुर को सांत्वना पुरस्कार दिए गए।

सीनियर सिंगल्स में अमृतपाल कौर, खालसा कॉलेज, अमृतसर ने पहला, सागर, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 38 वेस्ट दूसरे , और अमृतपाल सिंह गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज, सेक्टर 26, चंडीगढ़ ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा रमनदीप सिंह, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-35, चंडीगढ़ और जेवी सिंह, चंडीगढ़ को सांत्वना पुरस्कार दिए गए।

जूनियर ग्रुप प्रतियोगिता में गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 38 (वेस्ट) ने पहला, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 16 (वेस्ट) ने दूसरा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 23 को सांत्वना पुरस्कार दिया। सीनियर ग्रुप प्रतियोगिता में खालसा कॉलेज अमृतसर ने पहला, टीपीडी मालवा कॉलेज बठिंडा ने दूसरा और अंजलि, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ ने तीसरा स्थान हासिल किया।

इसके अलावा विदेश से भाग लेने वाले बच्चों को कुछ विशेष पुरस्कार भी दिए गए, जिनमें फ्लोरिडा यूएसए की गुरलीन सभरवाल, डबलिन की एकनूर कौर और फ्लोरिडा की जान्हवी सुब्रमण्यम शामिल हैं।

उत्कृष्ट श्रेणी में परमदेव, होशियारपुर को स्वर्ण पदक, हरमन कौर हर्षरन सिंह, जम्मू-कश्मीर को रजत और अमृतपाल कौर, अमृतसर को रजत से सम्मानित किया गया।

सहायक प्रो. वनिता, पंजाबी विश्वविद्यालय, श्रीमती त्रिपत कौर, चंडीगढ़ और मोहाली की डॉ. सोनिया शर्मा ने निर्णायक के रूप में भाग लिया।

Thursday, November 11, 2021

मुख्यमंत्री ने देवभूमि हिमाचल को समर्पित गीत जारी किया

11th November 11, 2021 at 6:48 PM

बहुत से रंग हैं इस गीत में हिमाचल की दिव्य छटा के 


शिमला
:11 नवम्बर, 2021: (देवभूमि स्क्रीन//संगीत स्क्रीन)::

हिमचल प्रदेश में घूमने जाओ तो वहां के दिव्य नज़ारे आपको प्रकृति से भी जोड़ते हैं और आध्यात्मिक दुनिया से भी। इन्हीं अनुभूतियों के दौरान आपको दिव्यता का अहसास भी होने लगता है। इस अहसास को आप बिना कहीं घूमे इस गीत को सुनकर भी महसूस कर सकते हैं। इस गीत की वीडियो में भी ऐसी बहुत सी अनुभूतियों का अहसास आपको होगा और इसके शब्दों और संगीत में भी। 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां देवभूमि हिमाचल प्रदेश को समर्पित गीत दिव्यधारा- जर्नी टू दि डिवाइन लेंड जारी किया। इस गीत को मण्डी जिला के इन्द्रजीत ने संगीतबद्ध व तैयार किया है।

मुख्यमंत्री ने गायक के प्रयासों की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।