हम भरी दुनिया में तन्हा हो गये !
सन 1951 में आई थी हिंदी फिल्म सज़ा---निर्माता थे जी पी सिप्पी और निर्देशक थे--फाली मिस्त्री-----देव आनन्द, निम्मी, के एन सिंह, श्यामा, मुकरी और ललिता पवार जैसी जानीमानी स्टार कास्ट पर आधारित इस फिल्म के गीतकार थे हमारे लुधियाना के लोक प्रिय शायर साहिर लुधियानवी----बेहद सादगी से गहरी बातें कहने के फन में माहिर माने जाते थे---गीत के बोल इस गीत में भी जादू से भरे थे----और जब इन्हें मिला सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर की आवाज़ का साथ तो यह गीत भी कालजयी हो गया----इतने बरसों के बाद भी वही ताज़गी----वही कशिश---वही जादू:
तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
हम भरी दुनिया में तनहा हो गये
तुम न जाने किस जहाँ में ...
एक जां और लाख ग़म, घुट के रह जाये न दम
आओ तुम को देख लें, डूबती नज़रों से हम
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ \- २
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ
तुम न जाने किस जहाँ में ...
मौत भी आती नहीं, रात भी जाती नहीं
दिल को ये क्या हो गया, कोई शह भाती नहीं
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ \- २
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ
तुम न जाने किस जहाँ में ...
Uploaded on Mar 1, 2009
Movie: Sazaa (1951)
Producer: G P Sippy
Director: Fali Mistry
Cast: Dev Anand, Nimmi, K N Singh, Shayma, Mukri, Lalita Pawar.
Lyrics: Sahir Ludhianvi
Music: S D Burman
Singer: Lata Mangeshkar
Producer: G P Sippy
Director: Fali Mistry
Cast: Dev Anand, Nimmi, K N Singh, Shayma, Mukri, Lalita Pawar.
Lyrics: Sahir Ludhianvi
Music: S D Burman
Singer: Lata Mangeshkar
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तुम न जाने किस जहाँ में खो गये
हम भरी दुनिया में तनहा हो गये
तुम न जाने किस जहाँ में ...
एक जां और लाख ग़म, घुट के रह जाये न दम
आओ तुम को देख लें, डूबती नज़रों से हम
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ \- २
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ
तुम न जाने किस जहाँ में ...
मौत भी आती नहीं, रात भी जाती नहीं
दिल को ये क्या हो गया, कोई शह भाती नहीं
लूट कर मेरा जहाँ छुप गये हो तुम कहाँ \- २
तुम कहाँ, तुम कहाँ, तुम कहाँ
तुम न जाने किस जहाँ में ...
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